रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर चढ़ जाता, रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर...
आँखों में आकाश उठाएँ मन से मन की जोड़ लगाएँ। आँखों में आकाश उठाएँ मन से मन की जोड़ लगाएँ।
मेरे पास हैं तुम्हारे लिए प्रभु सवाल एक हज़ार। मेरे पास हैं तुम्हारे लिए प्रभु सवाल एक हज़ार।
मनुष्य का मन बहुत चंचल होता हैं मन के मते कभी मत चलिए ! मनुष्य का मन बहुत चंचल होता हैं मन के मते कभी मत चलिए !
जन्म देकर जिसने मुझे, इस दुनिया में सारा है, हर एक मुश्किल में मैंने, मेरी माँ को पु जन्म देकर जिसने मुझे, इस दुनिया में सारा है, हर एक मुश्किल में मैंने, म...
दिया हुआ है दिया हुआ है